स्वामी कैलाशानंद गिरि जी का संदेश: सनातन धर्म प्रसार, डॉ अभिषेक वर्मा को सम्मान-आशीर्वाद

 


नई दिल्ली : नई दिल्ली में आज आयोजित एक विशेष आध्यात्मिक संवाद के दौरान दक्षिण काली मंदिर के पीठाधीश्वर एवं निरंजनी अखाड़े के प्रमुख आचार्य परमपूज्य श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज ने शिवसेनाएनडीए गठबंधन एवं चुनाव के मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक डॉ. अभिषेक वर्मा को सान्निध्य प्रदान करते हुए दिव्य आशीर्वाद दिए। इस अवसर पर सनातन धर्म, राष्ट्रधर्म, सांस्कृतिक संरक्षण और सामाजिक समरसता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।

स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म आदि-अनादि, शाश्वत एवं विश्वकल्याण का मार्गदर्शक है। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन की मूल भावना से जुड़ने वाला प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में स्वतः दिव्यता, सद्गुण और संतुलन का अनुभव करता है। गौ-सुरक्षा, भारतीय संस्कृति का संरक्षण और विश्व में सनातन मूल्यों का प्रसार प्रत्येक धर्मनिष्ठ नागरिक की पवित्र जिम्मेदारी है।

इस अवसर पर डॉ. अभिषेक वर्मा ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कियह मनुष्य का महान सौभाग्य है कि उसे मानव जन्म प्राप्त हुआ, उससे भी महान सौभाग्य कि वह भारत वर्ष में जन्मा, और इससे भी बढ़कर सौभाग्य यह कि वह सनातन धर्म से फलीभूत हिन्दू परिवार में जन्मा।

डॉ. वर्मा ने आगे कहा कि व्यक्ति के जीवन में जब कैलाशानंद जी जैसे महामानव संत का आशीर्वाद प्राप्त होता है, तभी धर्म और राष्ट्र की सेवा करने की शक्ति और संकल्प सिद्ध होता है। उन्होंने यह भी कहा कि आज जहाँ विश्व एक विशेष संप्रदाय की कट्टरता से पीड़ित है, वहीं भारतीय सनातन धर्म पूरी मानवता को शांति, सहिष्णुता और अहिंसा का पथ दिखा रहा है।

डॉ. वर्मा ने विश्वास दिलाया कि अब समय गया है कि सनातन हिन्दू धर्म को वैश्विक स्तर पर प्रसारित-प्रचारित कर विश्वशांति और मानव प्रगति का अग्रदूत बनाया जाए और इसके लिए वे तन-मन-धन से समर्पित रहेंगे।

महाराजश्री ने डॉ. अभिषेक वर्मा द्वारा राष्ट्रहित, भारतीय परंपराओं के संवर्धन, सामाजिक समन्वय तथा सनातन मूल्यों की रक्षा हेतु किए जा रहे सतत प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति धर्म, संस्कृति और राष्ट्र सेवा को समर्पित होता है, वह समाज में केवल आदरणीय ही नहीं बल्कि वंदनीय बन जाता है।

स्वामी जी ने डॉ. वर्मा के सरल, विनम्र एवं सुसंस्कृत व्यक्तित्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि वर्मा परिवार पीढ़ियों से भारतीय संस्कृति, साहित्य, परंपरा और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देता आया है। उन्होंने शास्त्रीय दृष्टांतों का उल्लेख करते हुए डॉ. वर्मा के राष्ट्रधर्म, सामाजिक सद्भाव, सनातन सेवा और राजनीतिक दायित्वों में उनके संकल्प को प्रेरणास्पद बताया।

पूर्व में भी परमपूज्य श्री श्री 1008 स्वामी नृत्यगोपाल दास जी महाराज (अध्यक्ष, राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र अयोध्या) तथा जगद्गुरु राम भद्राचार्य जी महाराज ने डॉ. अभिषेक वर्मा के सनातन धर्म के प्रसार, गौ-रक्षा, हिंदू समाज की सुरक्षा तथा धार्मिक जागरूकता के कार्यों को देखते हुए उन्हें गौ-रक्षक तथा सनातन योद्धा की उपाधि प्रदान की थी। दोनों महान संतों ने डॉ. वर्मा के जीवन और कार्य को युवाओं, राष्ट्र, धर्म और गौ-सेवा के लिए प्रेरणास्रोत बताया है।

कार्यक्रम के अंत में स्वामी कैलाशानंद गिरि जी महाराज ने डॉ. अभिषेक वर्मा, श्रीमती अंका वर्मा, बेटी मिस निकोल वर्मा तथा बेटा युवराज आदितेश्वर वर्मा सहित संपूर्ण वर्मा परिवार को दीर्घायु, स्वास्थ्य, समृद्धि और सतत ईश्वरीय कृपा हेतु शुभाशीष प्रदान किए।

स्वामी जी ने अपने आशीर्वचनों का समापन सार्वभौमिक कल्याण की प्रार्थना के साथ किया

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